खुदा मिलाए, खुदा निभाए…
संदीप साइलस “दीप”
खुदा मिलाए, खुदा निभाए
खुदा ही सबका पिया ।
खुदा ही यारा, मन मेरा गाए
तू बन जा मेरा खुदा । –२
कब से खड़ा था, मैं तो लुटा सा
तुझसे जुदा था पिया ।
चुपके से आ जा, मुझसे मिल जा
तू है जो मेरा जिया ।–२
हवा का झोंका, जो आया छू के
तुझ सा हसीन बन गया ।
ख़ुशबू से तेरी, ये जग महके
मन चमन खिल गया ।–२
हज़ारों बातें, मन में जो कर लीं
लबों पे लग गया ताला ।
आँखों ही आँखों में तुझको कह दीं
दिल की सब बातें यारा ।–२
कैसे खोने दूँ, कैसे जाने दूँ
ये पल जो है आज आया ।
साँसे मैं खुल के, आज ले लूँ
होना ना मुझसे जुदा ।–२
खुदा मिलाए, खुदा निभाए
खुदा ही सबका पिया ।
खुदा ही यारा, मन मेरा गाए
तू बन जा मेरा खुदा । –२
(Written: Delhi; 11th November 2019; 10.26 pm to 11.10 pm)
Please follow and like us: